
- This event has passed.
ब्रह्माकुमारीज़ गामदेवी सेवाकेंद्र इंटरनेशनल योग दिवस २१ जून २०१८
June 21, 2018 @ 10:00 am - 1:00 pm
ब्रह्माकुमारीज़ गामदेवी सेवाकेंद्र ने इंटरनेशनल योग दिवस २१ जून २०१८ गुरुवार के अवसर पर भारतीय विद्याभवन कला केंद्र और योग दर्शन कला केंद्र के साथ भारीतय विद्या भवन सभागृह में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमे डॉ. गिरीश पटेल द्वारा “मैग्नेटिक योग ” से कैसे हम अपने शरीर को तंदुरस्त रख सकते है और ये योग के समय कैसे सकारात्मक विचारों का चिंतन करे तो वही विचार अपने मन को सकारात्मक रख जीवन मैं आनेवाली समस्या को सकारात्मक रीती से पार कर खुश रह सकते है , तनाव मुक्त जीवन जीने की कला स्वयं ही निर्माण कर सकते है ये बताया.
कार्यक्रम की शुरवात योग कला केंद्र के चन्द्रिका बेन के मधुर वक्तव्य से हुवी , सभा में उपस्थित ५००-६०० सभागणों का उन्होंने योग दिवस के अवसर पर योग का सर्वांगीण महत्व बताकर सभी का स्वागत किया। उसके पश्चात गामदेवी सेवाकेंद्र के मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी निहा बेन ने योग का महत्व समझाकर , डॉ गिरीश पटेल इनके बारे में संक्षिप्त में परिचय देकर उनको अपने मैग्नेटिक योग का महत्व समझाने के लिए अनुरोध किया.
इस कार्यक्रम विशेष अथिति जन्मभूमि पत्रिका के एडिटर कुन्दनभाई व्यास पधारे थे. उनका और डॉ गिरीश पटेल इनका पुष्प गुछ और शॉल से स्वागत किया।
कुन्दनभाई व्यास उन्होंने अपने योग के बारे में क्या विचार है और पुरे देशभर में आज इसका कितना महत्व बढ़ा है और संस्था द्वारा जो मैग्नेटिक योग का विशेष कार्यक्रम का भी आभार प्रस्तुत कर अपने दिल के भाव प्रगट किये.
डॉ गिरीश पटेल अपने मैग्नेटिक योग की शुरुवात में सभा में उपस्थित सभी का उमंग उत्साह बनाए रखने के लिए अपने दिल के भाव प्रगट कर योग के साथ सकारात्मक विचार देकर अलग अलग कसरत कराई , सभी ने बड़ी उमंग उत्साह से इसमें अपना सहयोग दिखाकर करीबन ९० मिनट का ये कार्यक्रम से एक विशेष सकारात्मक एनर्जी का वायुमंडल में अनुभव हो रहा था। साथ साथ सकारात्मक विचार और आत्मा परमात्मा का परिचय भी ये विचारों के द्वारा दिया गया.
कार्यकम के अंत में राजयोग की कमेंटरी द्वारा आत्मा को शरीर से न्यारा कर हल्का और दिव्य गुणों से और परमात्मा की शक्तियों से कैसे भरे इसका भी प्रयोग करवाया.
योग कला केंद्र के चंद्रिका बेन और आशा बेन बहुत ही दिल से डॉ गिरीश पटेल के लिए आभार मानकर एक अनोखा योग के प्रयोग के लिए धन्यवाद पूर्ण शब्दों से सन्मान किया।
